फर्जी बिल लगाकर शासन को किया जा रहा गुमराह
रिपोर्ट अनवर मंसूरी
( खंडवा ) सरकार करोड़ों रुपया गांव के विकास कार्यों के लिए ग्राम पंचायत के जरिए ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ देती है। ताकी ग्रामीण क्षेत्रों के गांव का चौमुखी विकास कार्य हो सके। लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव व ब्लॉक के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की उदासीनता के कारण ग्राम पंचायतों के विकास कार्य असफल होते हुए नजर आ रहे है। कुछ ऐसा ही नजारा खंडवा ब्लॉक की ग्राम पंचायत अटूट विजय के विकास कार्यों में देखने को मिला है। जहां पर जीता जागता नजारा देखा जा सकता है ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत द्वारा किए गए कार्यों से पंचायत के लोग काफी परेशान हैं। लगता हैं इनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई भी अधिकारी नही है। शौचालय निर्माण हो या नाली निर्माण कई कार्यों एवं मनरेगा मैं निर्माण राशि हरण करने के बाद भी ना तो आज तक कोई काम पूरा हुआ है और ना ही फर्स और प्लास्टर अभी तक हो पाया है। पानी के टैंकर के नाम से भी फर्जी बिल लगाकर राशि निकाली गई है।शासन द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं।
ग्रामीणों ने गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पंचायत भी कभी कबार खुलती है यहां तक की मंगलवार जनसुनवाई भी नहीं ली जाती है। सचिव कृष्ण देव पटेल तो महेने में कभी कबार घूमने और खानापूर्ति करने ग्राम पंचायत आ जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कहीं ऐसे कार्य होते हैं जो पंचायत ही कर सकती है। सचिव के पंचायत नहीं आने से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं।