विगत कई माह से पानी की किल्लत
संघर्ष से सिद्धी – संदीप राठौड़
डही बीते कई महीनों से डही नगर में पानी की किल्लत लगातार बनी हई है। जिसको देखते हए डही थाना प्रभारी दिलीप कुमार तड़ेवाल ने पहल करते हुए डही थाना स्थिति बोरिंग से पानी देने का प्रस्ताव नगर परिषद सीएमओ रमेश कुमार सतपुड़ा के सामने रखा। जिससे डही नगर को पर्याप्त पीने का पानी उपलब्ध हो सकता है।श्री तड़ेवाल ने नगर की जनता की तकलीफ को देखते हुए यह जनहितैषी प्रस्ताव दिया है। जिससे डही की जनता की प्यास बुझेगी बता दें अभी पुरे डही नगर में 5-6 दिनों में पनी उपलब्ध हों रहा है।
नर्मदा नदी में इन्टेकवेल 15-20 फिट पानी में डुबा होने से व सप्लाई लाइन जगह-जगह से फुटी होने की वजह से नगर में पिने के पानी की समस्या विगत कई महीनों से चली आ रही है। जिसको लेकर पार्षदों द्वारा कलेक्टर महोदय के सामने भी गुहार लगाई जा चुकी है। इसके अलावा नगर परिषद सिएमओ व पार्षदों द्वारा जल वितरण की अस्थाई व्यवस्था की जा रही है मगर 15 वार्डों की 10000 के लगभग जनता की प्यास बुझाने में असफल व असहाय नजर आ रहे हैं। ऐसे समय में थाना प्रभारी की जनता के प्रति सकारात्मक सोच जनहित व मानवता का परिचय देते हुए थाने के बोरवेल कों आगे रह कर नगर परिषद कों पनी देने हेतु प्रस्ताव दिया व नगर परिषद सिएमओ ने प्रस्ताव स्वीकृत करते हुए जल सप्लाई समिति से चर्चा कर आगे की रणनीति तैयार करने की बात कही। और थानेदार महोदय को धन्यवाद दिया। बता दें थाना क्षेत्र के बोरवेल से पानी सप्लाई मुख्य कुएं की दुरी 700-800 मिटर के लगभग हैं। ज्यादा दुरी नहीं होने से लागत भी कम आएंगी व पानी बेल बाजार स्थित कुएं में सिफ्ट किया जा सकता है।जहा से 15 वार्डों के लिए सप्लाई करने हेतु टंकी में सिफ्ट कर पानी बाटा जा सकता है।
पुरानी व्यवस्था अनुसार दिया जा रहा पानी। 17 करोड़ 14 लाख रुपए खर्च करने के उपरांत भी प्यासी है जनता
नगर के डूबघाटा, छात्रावास क्षेत्र, पटेलपुरा सहित अन्य वाडों में पंचायत द्वारा संचालित की गई पुरानी व्यवस्था से पानी दिया जा रहा है। नगर के बैल बाजार के बड़े कुएं में पीएचई विभाग जल व्यवस्था से जुड़ी पाइप-लाइन से कुएं में पानी संग्रहित कर नगर को पेयजल सप्लाय कर रही है। ऐसे में नई योजना पूरी तरह से फैल हो गई है। परिषद ने जलप्रदाय योजना अंतर्गत 33 केबी विद्युत लाइन एवं सब स्टेशन स्थापना 163 लाख रुपए की लागत से 7 नवंबर 2019 को निर्माण कर स्थापित किया था। वहीं 2021 यूआईडी एसएसएमटी योजना अंतर्गत नर्मदा पाइप-लाइन विस्तार कार्य प्रगति के दौरान 17 करोड़ 14 लाख रुपए खर्च करने के उपरांत भी स्थिति में सुधार नहीं आया।
*नगर में लंबे समय से पेयजल की
समस्या का निदान नहीं हो पा रहा
है*
इसके पीछे का मुख्य कारण
धरमराय में नर्मदा का बैकवाटर
करीब 20 फीट बना हुआ है।
जिससे नगर परिषद का इंटकवेल
डूबा हुआ हो कर मुख्य पाईप फुटा हुआ है जों नर्मदा का पानी उतरने के बाद ही बदला जा सकता है और पानी कब उतरेगा कोई निश्चित समय नहीं है।साथ ही पाइप-लाइन भी जगह-जगह से फूटी हुई है।
इसके कारण 10 हजार की आबादी
वर्तमान में पेयजल की समस्या से
परेशान है। वैकल्पिक व्यवस्था के
लिए 5 टैंकरों और पुरानी पीएचई
की लाइन से पानी सप्लाय किया जा
रहा है, जो नगर की आबादी के
हिसाब से पर्याप्त नहीं है। नगर के
15 जगह में से कुछ में 5 से 6 दिन
छोड़कर पानी दिया जा रहा है। पानी
की समस्या को लेकर नगरवासी
और पार्षद बीते दिनों कलेक्टर से
मिलकर समस्या से अवगत करा
चुके हैं।जहा कलेक्टर महोदय ने आश्वासन दिया की जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।