अन्तर्रराज्यीय शातिर सायबर ठग गिरोह मंदसौर पुलिस की गिरफ्त में

> मुख्य सरगना सहित चार आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

> मंदसौर के व्यापारी से की गई थी 38 लाख 67 हजार रुपए की ठगी

> विभिन्न राज्यों से कर रहें थे लोगो को ठगी का शिकार, गिरोह का किया पुलिस ने पर्दाफाश

शाहिद अजमेरी
मंदसौर:- फरियादी मंदसौर निवासी सूरज गुप्ता ने मंदसौर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद के समक्ष उपस्थित होकर बताया कि टाटा कंपनी की जुडियो आउटलेट फ्रेंचाइजी को लेकर वेबसाइट के माध्यम से संपर्क होने पर लगातार बातचीत होती रही तथा मंदसौर में जुडियो कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलवाने के नाम ठग द्वारा 38,67,710/- रुपए की राशि धोखे से वसूल कर ली गई। तब अंदेशा हुआ कि सायबर अपराधियों द्वारा झांसे में लेकर फर्जी वेबसाईट के माध्यम से धोखाधड़ी कर राशी हडप कर ली गयी। पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने पूरे मामले को गंभीरता से लेकर विस्तृत विवेचन हेतु तकनीकी सेल को निर्देशित किया प्रारंभिक विश्लेषण में यह स्पष्ट हुआ कि साइबर गिरोह द्वारा विभिन्न प्रांतो से गिरोह का संचालन करते हुए फर्जी वेबसाइट बनाई गई तथा फर्जी मोबाइल सीमा के माध्यम से फोन कॉल कर फरियादी को लगातार झासे में लेकर फर्जी बैंक खातों में फरियादियों से राशि जमा करवाई गई। प्रारंभिक विश्लेषण में परिलक्षित उपरोक्त तथ्यों के आधार पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनन्द द्वारा मामले को गंभीरता से लेकर थाना कोतवाली पर अपराध क्रमांक 589/2024 धारा 318(4) बी.एन.एस. का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया उक्त प्रकरण मे पुलिस अधिकारियो एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी एवं न.पु.अ. सतनाम सिंह व थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह राठौर के मार्गदर्शन मे गठीत 02 टीम जिसमे पहली टिम मे अनुसंधानकर्ता उनि अभिषेक बौरासी, उनि विनय बुंदेला थाना वाय.डी. नगर के निर्देशन में बीहार राज्य के पटना दुसरी टीम उनि मुलचंद धाकड, उनि संजय प्रताप सिंह के निर्देशन में पश्चिम बंगाल राज्य कोलकाता में रवाना किया गया । आरोपीयों की धरपकड हेतु भेजी गयी टीम ने 13 दिनों तक पटना एवं कोलकाता मे रुककर घटना के समस्त पहलूओ पर लगातार गहनता से विश्लेषण कर साक्ष्य संकलित किये गये। आरोपियों द्वारा सम्पूर्ण मामले में विभीन्न राज्यों से उक्त ठगी की कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा था। इस कारण पुलिस टीम के समक्ष अत्याधिक चुनौतियों एवं कठिनाई परिलक्षित हो रही थी। आरोपियों द्वारा अपनी पहचान को छूपाने के हरसंभव प्रयास किये गये थे और अपनी पहचान के कोई भी साक्ष्य प्रकट नहीं होने दिये थे। सम्पूर्ण प्रकरण में बातचीत करने में उपयोग की जाने वाली मोबाईल सीमो को फर्जी रूप से पश्चिम बंगाल एवं कोलकाता क्षेत्र की थी, राशी प्राप्त करने हेतु उपयोग में लोये गये बैंक खाते अलग अलग प्रान्त मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट् क्षेत्र के होने से पुलिस टीम को पतारसी करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ा। लगातार विभीन्न पहलूओ पर गहन विश्लेषण के आधार पर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस टीम को एक महत्वपूर्ण कुंजी आरोपी की पहचान जितेन्द्र सिंह के रूप में प्राप्त हुई। जिस पर पुलिस टीम द्वारा संदेही आरोपी जितेन्द्र सिंह की सरगर्मी से तलाश प्रारम्भू की गयी। लगातार विभीन्न दिशाओं में अथक प्रयासों के परिणामतः प्रकरण के मुख्य सरगना जितेन्द्र सिंह की पहचान प्राप्त करने में सफल होकर पुनः नयी उर्जा के साथ आरोपी जितेन्द्र सिंह पिता राजकपुर प्रसाद जाती कुर्मी उम्र 31 साल निवासी ग्राम मायड हिसार हरियाणा हाल मुकान 7/63 रोड मेट्र शोपिंग माल के पास मुकुंद पुर जिला 53 कोलकाता को कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की गयी। आरोपी काफी चतुर चालाक होकर पुलिस को पूछताछ में सहयोग न करते घटना के संबंध में अन्य कोई तथ्यों एवं सहयोगियो के संबंध में कोई जानकारी से अवगत नहीं कराया गया। उक्त आरोपी को दूसरी टीम के साथ मन्दसौर रवाना किया गया। शेष पुलिस टीम उप. निरी. अभिषेक बोरासी एवं उप. निरी. विनय बुन्देला के नेतृत्व में पुनः पटना पहुँचकर घटना में संलिप्त अन्य व्यक्यिों की जानकारी एकत्र करने का कार्य प्रारम्भ किया गया। सायबर शाखा मंदसौर के प्र.आर. आशिष बैरागी एवं उनकी सायबर टीम तथा उनि अमित वर्मा सायबर शाखा दिल्ली एवं पटना सी.सी.टी.व्ही कन्ट्रोल रूम टीम के सहयोग से लगातार विश्लेषण एवं तकनिकी साक्ष्य संकलित कर आरोपियों की पहचान स्थापित करने में एक ओर महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की गयी। पुलिस टीम द्वारा 13 दिनो तक लगातार हर संभव हर दिशा में कार्य करते हुए घटना के हर पहलुओं पर गह…

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Author: jtvbharat