महेश मरेठा पिपलिया मंडी । सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मंदसौर सुख समृद्धि वेलफेयर सोसायटी द्वारा संकल्पित सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम दिनांक 17 जनवरी से 22 जनवरी तक चलाया जा रहा है। उसी क्रम में कृषि उपज मंडी पिपलिया मंडी में भी आयोजन किया गया।
मंदसौर सुख समृद्धि वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष दिलीप धनराज गुप्ता ने कहा कि सड़क पर होने वाली हर दुर्घटना न केवल एक व्यक्ति, बल्कि उसके परिवार और समाज पर भी गहरा प्रभाव डालती है। सड़क सुरक्षा केवल सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। अगर हर नागरिक यातायात नियमों का पालन करे, तो इन दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है।”
नगर परिषद उपाध्यक्ष भारत सिंह सोनगरा ने कहा कि अभियान का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना नहीं, बल्कि लोगों को यह समझाना भी है कि “सड़क सुरक्षा ही जीवन सुरक्षा है।
कार्यक्रम में उपस्थित पिपलिया मंडी थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने कहा कि सड़क पर हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है। लेकिन इसमें जनता का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है। हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में सुख समृद्धि वेलफेयर सोसायटी द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियो को रेडियम लगाकर उनको फूल देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष कृष्णकुमार गुप्ता, सचिव रामप्रसाद पोरवाल, युवा मोर्चा प्रदेश सदस्य संदीप सिंह राठौड़, भाजपा नेता रमेश पाटीदार, सत्यनारायण माली, मंडी व्यापारी सुनील घाटिया, योगेश गुप्ता, ब्रजमोहन माहेश्वरी, चंद्र प्रकाश हेमनानी, ऋतिक शर्मा, कालू पोरवाल, अभिभाषक सुनील साहू, पत्रकार शंभु मेक, सब इंस्पेक्टर नितिन कुमावत, मंदसौर सुख समृद्धि वेलफेयर सोसायटी से लखन बैरागी, जतिन गुप्ता, बद्रीलाल चौहान सहित बड़ी संख्या में नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी, मंडी व्यापारीगण और स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प के साथ हुआ। सभी उपस्थित लोगों ने प्रतिज्ञा ली कि वे स्वयं यातायात नियमों का पालन करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
संस्था सचिव प्रांजल गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि “सड़क सुरक्षा सप्ताह जैसे कार्यक्रम तभी सफल होंगे, जब हम सभी इसे अपनी सामूहिक जिम्मेदारी समझेंगे।” उन्होंने प्रशासन, स्वयंसेवकों और सभी प्रतिभागियों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया।