महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रविवार को रत्नागिरी जिले के खेड़ में एक रैली को संबोधित करेंगे। निर्वाचन आयोग द्वारा शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को शिवसेना के रूप में मान्यता देने और उसे ‘धनुष-बाण’ चुनाव चिह्न आवंटित करने के बाद यह उनकी पहली रैली होगी। उल्लेखनीय है कि रैली उसी स्थान पर आयोजित की जाएगी, जहां शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे ने एक पखवाड़े पहले जनसभा को संबोधित किया था। खेड़ ठाकरे के पूर्व वफादार रामदास कदम का गृह क्षेत्र है, जो पाला बदलकर शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ हो गए हैं।
कोंकण क्षेत्र को अविभाजित शिवसेना का पारंपरिक गढ़ माना जाता रहा है। शिवसेना के शिंदे गुट के नेता उदय सामंत वर्तमान में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं। खेड़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व वर्तमान में रामदास कदम के बेटे योगेश कदम कर रहे हैं, जो शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सदस्य हैं। शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न खोने के बाद खेड़ में अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने पांच मार्च को कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है और सभी अवसरवादी भ्रष्टाचार के मामलों से खुद को बचाने के लिए इसमें शामिल हो रहे हैं।
पुणे शहर में हाल में हुए कस्बा पेठ विधानसभा उपचुनाव में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवार की जीत से उत्साहित, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के विपक्षी गठबंधन ने दो अप्रैल से पूरे राज्य में संयुक्त रूप से रैली आयोजित करने का फैसला किया है। उपचुनाव में एमवीए उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने भाजपा के हेमंत रासने को हराया था। एमवीए के नेताओं ने कहा, ‘‘एमवीए की पहली रैली पूर्व में औरंगाबाद के छत्रपति संभाजीनगर में होगी। एक और रैली एक मई को मुंबई में आयोजित की जाएगी। इसी तरह की रैली नागपुर, नासिक, पुणे, अमरावती और कोल्हापुर शहरों में आयोजित की जाएंगी। आखिरी रैली 28 मई को कोल्हापुर में होगी।”