रिपोर्टर शिवाजी चौहान
( धार ) मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल जल जीवन मिशन धार जिले में अपेक्षित परिणाम नहीं दे पा रहा है। ठेकेदारों और विभागीय अधिकारियों का ऐसा गठजोड़ तैयार हुआ है कि योजना कागजो में तो बेहतर दिख रही है। लेकिन जमीनी हालात इससे बिल्कुल अलग हैं। आज भी ग्राम पंचायत पनाला के ग्रामीण पानी के लिए भटकते देखे जा सकते हैं। महिलाएं दूरदराज स्थानों से पानी लाने को मजबूर हैं। पाइप लाइन के लिये खोदी गई सड़कें वापस नही सुधारी गई हैं। नतीजा आए दिन हादसों का सबब बनी हुई है। योजना का ज्यादातर हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। ऐसा भी नहीं है कि इसकी शिकायतें नहीं हो रही हैं लेकिन जिम्मेदारों पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। नालछा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पनाला के स्थानीय लोगो का कहना हे कि काफी शिकायते करने के बाद चार ग्राम कि महज 2000 जनसंख्या को दिन में एक टैंकर पानी कुएं में डाला जाता हे उससे पानी निकलने के लिए होड़ मची हे। इतना ही नहीं कुंए की छत जीर्ण शीर्ण अवस्था में हे जो कि कभी भी बड़ी घटना का रास्ता देख रहे हे अधिकारी । पीएचई विभाग के उप यंत्री से बात करने पर बताया गया कि पाइप लाइन हो चुकी हे व ग्राम पंचायत को हैंड अवर कर दी गई है।