कल यानी 21 जुलाई को ग्वालियर में प्रियंका गांधी ने मंच से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जुबानी हमला बोला था। प्रियंका ने कहा, सिंधिया की विचारधारा अचानक पलट गई है। प्रियंका गांधी के इसी बयान को लेकर अब सिंधिया का पटलवार सामने आया है। सिंधिया ने कहा, जो भी मेहमान ग्वालियर आते हैं, उनका स्वागत है। शायद पहली बार ग्वालियर आई हैं, इसलिए उनका सत्कार स्वागत है।
सिंधिया ने कहा, मंच पर जो अन्य मेहमान बैठे थे, वह पहले भी मेहमान बनकर आए हैं। उनकी आंखों में बदलता हुआ ग्वालियर का सूरज झलक रहा था। लेकिन शायद वे इस सूरज को देख पाएं। लेकिन वे भी शायद पहले भी मेहमान बनकर आते थे। इस बार भी कार्यक्रम के बाद चले गए। शायद वे बदलता हुआ ग्वालियर आप के जरिए देख सकें। अगर कांग्रेस की सरकार होती तो ग्वालियर में एयरपोर्ट, एलिवेटेड रोड, ग्वालियर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प, हजार बिस्तर का अस्पताल क्या संभव हो पाता। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार विकास और प्रगति को लेकर निरंतर आगे बढ़ रही है।
सिंधिया के खिलाफ कांग्रेस की ओर से पोस्टर लगाने को लेकर सिंधिया ने कहा, जो उनकी भूमिका है, वे अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने कहा, जिन लोगों ने इतिहास का एक भी पन्ना नहीं पढ़ा है, उनको जो कहना है वह कहने दो। मेरी विचारधारा और मेरे परिवार की विचारधारा ग्वालियर के विकास प्रदेश के विकास और देश के लिए समर्पित है। जो लोग मंच पर बैठे थे, उनको मुझे प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है।
सिंधिया ने कहा, अगर उनको इतनी चिंता थी तो मेरे पूज्य पिताजी को कांग्रेस में क्यों लिया। मुझे कांग्रेस में क्यों लिया, अब जो आंखों में खटक रही है वह दुर्भावना मुंह से प्रकट हो रही है। जनता मेरी भगवान है, मैं उनके लिए समर्पित हूं। उसी के आधार पर मैं काम करूंगा, जिस रास्ते पर मेरी अम्मा और मेरे पूज्य पिताजी चले हैं।