इन्दौर। कालोनाइजरों पर प्रशासन का डंडा चला तो कलेक्टर कार्यालय में आयोजित होने वाली जनसुनवाई में कब्जों की शिकायतों का अंबार लग गया। हर दिन 15 से 20 कालोनी के रहवासी शिकायत करने पहुंच रहे हैं। एक महिला ने 27 साल पहले 54 रु. फीट में प्लाट बुक कराए जाने के दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि उसे न भूखंड मिला न कब्जा। जनसुनवाई में कल 500 से अधिक लोगों ने गुहार लगाई। जिनमें युग पुरुषधाम आश्रम से निकाले गए बच्चे को भर्ती कराने को लेकर भी आवेदन शामिल था।
नवआनंद गृह निर्माण सहकारी संस्था राजेंद्रनगर के रहवासियों ने भूखंड के आवंटन में घपला करने और कब्जा न देने की शिकायत करते हुए ग्यारसीबाई पति चतुर्भुज ने ें बताया कि नवआनंद गृह निर्माण सहकारी संस्था की कालोनी दत्तात्रय धाम में वर्ष 1997 में 54 रुपए प्रतिफीट के मान से प्लाट की कीमत जमा कराई थी, लेकिन आज तक संस्था ने ना तो भूखंड उपलब्ध कराया है और ना ही कब्जा दिया है। वीर सावरकर के रहवासियों सहित नरीमन पाइंट के रहवासी भी कालोनी में परेशानियां और गंदगी की शिकायत लेकर पहुंचे।
युगपुरुष आश्रम में घटना के बाद अनाथ बच्चों को निकाला
सुशीला पति हीरालाल गढ़वाल ने चार महीने पहले बहू की मौत हो जाने के बाद मानसिक और शारीरिक रूप से बहू दिव्यांग शिवांश गढ़वाल के पालन-पोषण में असमर्थता जताते हुए बताया कि पोता जन्म से ही मानसिक रूप से दिव्यांग है। उसका पालन-पोषण अब तक उसके माता-पिता करते आए हैं, लेकिन चार महीने पहले मां की मौत हो जाने के बाद से ही वह युगपुरुष धाम आश्रम में निवासरत था, लेकिन संस्था ने कार्रवाई किए जाने के बाद से घर वापसी भेज दिया है। अब उसका पालन-पोषण मुश्किल हो गया है। उसे फिर उक्त आश्रम में भर्ती कारया जाए।
रामेश्वर पिता दगडू देपाले निवासी द्वारकापुरी ने गीताभवन स्थित कैटेलाइजर कोचिंग से 12वीं में पढऩे वाले बच्चे हरीश के गायब होने की शिकायत कलेक्टर से की। पिता रामेश्वर ने बताया कि 20 जुलाई को सुबह 7 बजे से बच्चा जेईई की पढ़ाई करने के लिए सेंटर पर गया था, लेकिन आज तक वापस नहीं लौटा। पुलिस प्रशासन ना तो कोई कार्रवाई कर रहा है और न ही कोचिंग संस्थान वाले जवाब दे रहे हैं। बच्चों के साथ अनहोनी की आशंका जताते हुए न्याय की गुहार लगाई।