बखतगढ़ श्रीसंघ ने की साध्वी वृंद की अगवानी
बदनावर । राजेश चौहान ।
जिनशासन गौरव आचार्यश्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य धर्मदास गणनायक प्रवर्तकश्री जिनेंद्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वीश्री पुण्यशीलाजी, सदगुणाजी, महकश्रीजी, प्रतिज्ञाजी, अनुज्ञाजी, प्रणिधिजी, भक्तिजी ठाणा 7 का रविवार 17 नवंबर को सुबह मांगलिया से विहार होकर बखतगढ़ के श्री वर्धमान स्थानक भवन में मंगल प्रवेश हुआ। गौरतलब है कि साध्वी वृंद बदनावर में वर्षावास पूर्ण करने के बाद वहां से 16 नवंबर विहार कर शाम को ग्राम मांगलिया आए थे। इस दौरान बदनावर से बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाएं एवं बच्चों ने साध्वी वृंद के साथ उत्साहपूर्वक पैदल चलकर विहार सेवा का पूरा पूरा लाभ लिया था। साध्वी वृंद ने मांगलिया से सुबह विहार कर बखतगढ़ में मंगल पदार्पण किया। श्रावक श्राविकाओं ने मांगलिया बदनावर रोड़ पर पहुंचकर चारित्र आत्माओं की अगवानी की। संयमी आत्माओं को श्रीसंघ के श्रावक श्राविकाओं ने स्थानक भवन में सामूहिक वंदना कर बदनावर में वर्षावास की पूर्णता एवं विहार की सुखसाता पूछी। यहां साध्वीश्री पुण्यशीलाजी ने सभी को मांगलिक श्रवण करवाकर नियमित धर्म आराधना करने की प्रेरणा दी। श्रीसंघ यहां संयमी आत्माओं की गौचरी, अचित पानी आदि सेवा का लाभ ले रहा है। वहीं श्रावक श्राविकाएं संयमी आत्माओं के दर्शन, वंदन, मांगलिक, व्याख्यान, ज्ञान चर्चा आदि का लाभ ले रहे है। नियमित आराधना के अंतर्गत अनुज्ञा – प्रातः 6 : 50 बजे, व्याख्यान – प्रातः 9 बजे, ज्ञान चर्चा – दोपहर 2 बजे एवं प्रतिक्रमण – शाम 5 : 45 बजे होगा।