सतना नगर निगम में टेक्नोलॉजी के जरिए पानी की सप्लाई शुरू हो गई है। शहरवासियों के घरों में पहुंचने वाले पानी की अब मानिटरिंग भी की जा रही हैं। कंप्यूटरीकृत तरीके से शहर में वॉटर सप्लाई शुरू की गई है, इससे ना सिर्फ पानी की शुद्धता उसकी गुणवत्ता की जांच होगी, बल्कि पानी बेकार नहीं होगा, कहीं पर पाइपलाइन अगर लीकेज होगा तो उसके बारे में तुरंत पता चल जाएगा, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में वॉटर स्काडा सिस्टम (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एग्जीक्यूशन) लगाया गया है। इसके जरिए कंप्यूटरीकृत तरीके से लोगों के घरों में पानी की सप्लाई की जा रही हैं।
सबसे पहले पानी एनीकट से फिल्टर प्लांट में पहुंचता है, जहां 40 MLD एवं 18 MLD में पानी फिल्टर होने के बाद नगर निगम सीमा के अंतर्गत 20 पानी की टंकियों में जाता हैं, जिससे पाइपलाइन के माध्यम से लोगों के घरों में पानी पहुंचता है, इसके बीच में इलेक्ट्रॉनिक सेंसर भी लगाए गए हैं, जैसे ही पानी की टंकी भर जाएगी तो उसके नोटिफिकेशन कंप्यूटर सिस्टम में प्राप्त हो जाएंगे, यदि शहर के किसी पाइपलाइन में लीकेज है, या फिर किसी ने पानी की चोरी करने के लिए अवैध कनेक्शन करा लिया है तो इसका भी नोटिफिकेशन कंप्यूटर सिस्टम में प्राप्त हो जाएगा, जिससे कि समय से उस पर सुधार कार्य किया जा सकेगा। इस सुविधा से ना सिर्फ शहर वासियों को आसानी होगी बल्कि निगमकर्मियों का भी समय की बचत के साथ यह कार्य पूरा हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक सतना नगर निगम सीमा के अंतर्गत 75 हजार प्रॉपर्टी हैं, जिनमें से 32 हजार घरों में नल के कनेक्शन किए गए हैं, इसके साथ ही 20 वॉटर टैंक है। नगर निगम स्मार्ट सिटी के अंतर्गत करीब 18.46 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह वॉटर स्काडा सिस्टम से अपनी समय सीमा के अनुसार वॉटर सप्लाई की जाती।