अडानी विवाद में सेबी की जांच शुरू, कुछ निवेशकों के साथ रिश्तों की होगी पड़ताल

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद संसद से सड़क तक घिरे गौतम अडानी समूह के लिए एक और बुरी खबर आ रही है। दरअसल, मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने अडानी एंटरप्राइजेज के FPO से जु़ड़े एंकर निवेशकों के जांच का आदेश दिया है। मार्केट रेगुलेटरी मॉरीशस बेस्ड ग्रेट इंटरनेशनल टस्कर फंड और आयुष्मान लिमिटेड के बीच अडानी के संबंधों की जांच कर रही है। यह जानकारी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से दी है। सूत्रों ने कहा कि जांच का फोकस इस बात पर होगा कि क्या एंकर निवेशक फाउंडर समूह से जुड़े हैं?
सूत्रों ने कहा कि सेबी के स्कैनर के तहत इलारा कैपिटल और मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल भी हैं। बता दें कि इलारा कैपिटल और मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल 10 निवेश बैंकों में से 2 हैं जो कि इस एफपीओ को मैनेज कर रहे थे। सूत्रों ने कहा कि सेबी ने पिछले हफ्ते दोनों फर्मों से संपर्क किया था। इस जांच में SEBI दोनों एंकर निवेशकों का प्रोमोटर्स ग्रुप से लिंक और हितों के टकराव की जांच करेगा।

बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज का 20,000 करोड़ रुपए का एफपीओ 27 से 31 जनवरी को निवेश के लिए ओपन हुआ था। हालांकि, इससे पहले 25 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट जारी कर दीं, इसके बाद शेयरों में भारी उठापटक देखी गई जिसके चलते अडानी को अपना FPO कैंसिल करना पड़ा। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी समूह पर दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी का आरोप है। हालांकि, अडानी ने आरोपों से इनकार किया है।

अडानी ने अमेरिकी लीगल फर्म को किया हायर
इधर, फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ने हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी जंग के लिए अमेरिकी लीगल फर्म वाचटेल को हायर किया है। बता दें कि यह कंपनी चर्चित व विवादित मामलों की कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए मशहूर है। अडानी समूह ने अपनी लीगल फर्म सिरिल अमरचंद मंगलदास के जरिए अमेरिका की कंपनी वॉचटेल से संपर्क किया है। अडानी समूह के लिए वॉचटेल मुख्य रूप से लीगल, रेग्युलेटरी और पब्लिक रिलेशन के कोऑर्डिनेशन पर ध्यान केंद्रित करेगा। विकीपिडिया पर दी गई जानकारी के मुताबिक ट्विटर के $44 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण के लिए कानूनी जंग में भी वॉचटेल ने भूमिका निभाई थी।

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Author: jtvbharat