आने वाले सप्ताह में सोने-चांदी में स्थिरता व नरमी की उम्मीद

एमसीएक्स पर सोने और चांदी के भावों में ऊपरी स्तरों पर दबाव दिख रहा है। चांदी की कीमतों में पिछले सप्ताह एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है जबकि सोने में मामूली बढ़त दर्ज की गई है। मुद्रास्फीति अभी भी बढ़ी हुई है और इसको कम करने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व सदस्यों द्वारा आगे भी ब्याज दर वृद्धि होते रहने का अनुमान जताया है। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने आगे ब्याज दर वृद्धि करने का समर्थन किया है।

अमेरिका से जारी होने वाले रोज़गार बाजार के आकड़ों का बेहतर प्रदर्शन, लगातार ब्याज दर बढ़ोतरी की संभावना के अनुकूल है। जिससे सोने और चांदी की कीमतों में दो हफ्तों से दबाव बना हुआ है। भारतीय बाजार में भी मुहूर्त समाप्त होने से गहनों की वैवाहिक मांग अब समाप्त हो रही है।
कीमती धातुओं में दीवाली के बाद से शुरू हुई तेज़ी, लगातार ब्याज दर वृद्धि के संकेतों से अब थमने लगी है। हालांकि, ब्याज दर वृद्धि के कारण आर्थिक मंदी का डर अभी भी बाजार में है। छोटी अवधि की अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड, लंबी अवधि की यील्ड से अधिक हो चुकी है जो अर्थव्यवस्था के लिए खतरे के संकेत दे रही है। छोटी अवधि की ट्रेज़री यील्ड में बढ़ोतरी होने से कीमती धातुओं में ऊपरी स्तरों पर दबाव बना हुआ है। बांड यील्ड में बढ़ोतरी होने से अमेरिकी डालर इंडेक्स में सुधार हुआ है।
वर्ल्ड गोल्ड कॉउंसिल के मुताबिक पिछले साल प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद अब तक के उच्च स्तरों पर है। यूरोपीय बैंकों ने सोने की बिक्री बंद कर दी और रूस, तुर्की और भारत जैसी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं ने खरीदारी की है। केंद्रीय बैंको का रुझान सोने की खरीद पर बढ़ा है क्योंकि अशांत समय में यह अपना मूल्य बनाए रखता है, और मुद्राओं और बांड के विपरीत, यह किसी भी जारीकर्ता या सरकार पर निर्भर नहीं है।

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Author: jtvbharat