मप्र में कितना पोटेंशियल है यह इस बात से पता चलता है कि हाल ही के कुछ वर्षों में मप्र की 20 स्मॉल मीडियम एन्टरप्राइजेस (एसएमई) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) से 360 करोड़ रुपए का फंड जुटाया है। यह आंकड़ा इसलिए भी बहुत खास है क्योंकि इनमें अधिकतर पारंपरिक बिजनेस वाली कंपनियां हैं जिन्होंने पहली बार धन जुटाने के लिए एनएसई की तरफ रुख किया। यह बात एनएसई की वाइस प्रेसिडेंट रचना भुसारी ने अमर उजाला से बातचीत में बताई। वे इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आईं थी।
रचना ने अमर अजाला से बातचीत में बताया कि छोटी कंपनियों को यह पता ही नहीं होता है कि वह एनएसई में आकर कितना अधिक पैसा जुटा सकती हैं। इन कंपनियों के मन में कई तरह के भय होते हैं जिसकी वजह से यह इस बाजार में नहीं उतरती और अपने व्यापार का दायरा बढ़ाने से चूक जाती हैं।
व्यापार को बढ़ाने के लिए सबसे बेहतर जगह
रचना ने कहा कि व्यापार का विस्तार करने के लिए पैसे की जरूरत होती है और पैसा जुटाने के लिए आपके पास एक सीमित संसाधन हैं। आप व्यक्तिगत संबंधों पर, दोस्तों, रिश्तेदारों से या फिर बैंक से लोन लेकर व्यापार बढ़ाते हैं। इन सबके बीच स्टॉक मार्केट एक ऐसा विकल्प है जो आपको बहुत अधिक फंड देता है और आपके व्यापार को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है।
पांच हजार करोड़ फंड आ चुका
रचना ने बताया कि हाल ही के कुछ साल में देशभर से 300 स्मॉल मीडियम एन्टरप्राइजेस स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई हैं और इन्होंने पांच हजार करोड़ का फंड जुटाया है। इसी तरह मप्र से 20 कंपनियां रजिस्टर हुई हैं जिन्हें 360 करोड़ रुपए फंड मिला है। उन्होंने कहा कि भय दूर कर मप्र की अधिक से अधिक कंपनियों को स्टॉक मार्केट में आना चाहिए इससे उन्हें बेहद फायदा मिलेगा।