अलग–अलग स्थानाें पर बनी हुई छह मौसम प्रणालियाें के कारण मध्य प्रदेश के विभिन्न शहराें में गरज–चमक के साथ वर्षा हाेने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शनिवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मलाजखंड में 16, खजुराहाे में 6.4, मंडला में पांच, छिंदवाड़ा में दाे, सिवनी में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। राजधानी में शाम साढ़े छह बजे गरज–चमक के साथ करीब 15 मिनट तक झमाझम वर्षा हुई। इस दौरान बेर के आकार के ओले भी गिरे। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक रविवार काे एक अन्य पश्चिमी विक्षाेभ के भी उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है।इस वजह से अभी तीन–चार दिन तक मौसम साफ हाेने की संभावना नहीं है। रविवार काे भी मध्य प्रदेश के सभी संभागाें के जिलाें में कहीं–कहीं वर्षा हाेने के आसार हैं। इस दौरान ओले भी गिरने की आशंका है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ पाकिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। दक्षिण–पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है।दक्षिणी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।दक्षिण–पूर्वी राजस्थान से अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। झारखंड से छत्तीसगढ़, विदर्भ हाेते हुए कर्नाटक तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अतिरिक्त राजस्थान से उत्तर प्रदेश से हाेते हुए झारखंड तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन छह मौसम प्रणालियाें के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहराें में वर्षा हाे रही है। उधर रविवार काे एक नया पश्चिमी विक्षाेभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। इस वजह से मध्य प्रदेश में अभी मौसम साफ हाेने के आसार नहीं हैं।