राजधानी के एक निजी स्कूल में बने परीक्षा केंद्र पर 12वीं की परीक्षा शुरू हाेने के पहले चुनींदा छात्राें काे वाट्सएप पर प्रश्न पत्र भेजने का मामला सामने आया है। इस संबंध में पुलिस ने दाे शिक्षकाें सहित चार लाेगाें काे गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षकाें काे जेल भेज दिया गया है, जबकि केंद्राध्यक्ष एवं सहायक केंद्राध्यक्ष से पूछताछ की जा रही है।शिक्षकाें पर आराेप है कि वह प्रश्न पत्र शुरू हाेने के 15 से 20 मिनट पहले प्रश्न पत्र का फाेटाें खींचकर स्कूल प्रबंधन द्वारा संचालित काेचिंग में पढ़ने वाले छात्राें काे भेज देते थे।
एसीपी निशातपुरा ऋचा जैन ने बताया कि परीक्षा समन्वयक अधिकारी केके रैकवार ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें बताया कि शनिवार काे बारहवीं का केमिस्ट्री, बिजनेस स्टडी और इतिहास का पेपर था। गुप्त सूचना के आधार पर भानपुर स्थित विद्यासागर स्कूल में छापेमारी की गई। जांच में पता चला कि परीक्षा शुरू हाेने के पहले स्कूल के शिक्षकाें ने प्रश्न पत्र के फाेटाें खींचकर कुछ छात्राें काे वाट्सएप पर भेज दिए थे। शिकायत के साथ साक्ष्य भी दिए गए। शिकायत के आधार पर शिक्षक विश्वनाथसिंह, पवनसिंह, केंद्राध्यक्ष राजकुमार एवं सहायक केंद्राध्यक्ष रेखा के खिलाफ धारा–420, 120 (बी) एवं तीन–ए/चार मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया। चाराें आराेपिताें काे गिरफ्तार कर लिया गया।
परीक्षा शुरू हाेने के बाद से चल रहा था प्रश्न पत्र लीक करने का काम
पूछताछ में पता चला कि विद्यासागर स्कूल प्रबंधन की काेचिंग भी चलती है। काेचिंग में पढ़ने वाले विद्यार्थियाें काे पास कराने के लिए प्रश्न पत्र लीक किए जा रहे थे। आराेपिताें ने पहले भी तीन–चार प्रश्न पत्र इस तरह से लीक करने की बात स्वीकार किया है। बता दें की परीक्षा के दौरान शिक्षकाें के माेबाइल फाेन रखने पर प्रतिबंध है। इसके बाद भी शिक्षकाें के पास माेबाइल फाेन क्याें मौजूद थे? इस बारे में केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष से पूछताछ की जा रही है।