नर्मदा नदी के आसपास कई गांव है, जिन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा समय पर नहीं मिल पाती है, लेकिन अब उनके लिए नर्मदा नदी में एम्बुलेंस चलाई जा रही है। जो उन्हें चिकित्सा केंद्रों तक पहुंचाने में मदद करेगी। आलीराजपुर क्षेत्र के कई गांवों मेें गर्भवती समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाती थी। उनकेे लिए भी यह सुविधा मददगार होगी।
नर्मदा समग्र संस्था द्वारा संचालित होने वाली नदी एम्बुलेंस ककराना से चलेगी। आलीराजपुर जिले के प्रभारी मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने नदी एम्बुलेंस का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास आपदा प्रबंधन में मददगार साबित होते है। स्वास्थ्य अभियानों में नदी एम्बुलेंस तो रहेगी। सरकार की अन्य योजनाएं ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए इसकी मदद ली जाएगी। नर्मदा समग्र जल, वन, पर्यावरण, बेहतर स्वास्थ्य, जैव विविधता को बढाने के प्रयास कर रही है। ग्रामीण भी इसमें सहभागिता बनें।
20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी एम्बुलेंस
नर्मदा नदी में 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से एम्बुलेंस चलेगी। एक चिकित्सक पूरे समय एयर एम्बुलेंस में मौजूद रहेंगेे। इसका संचालन सप्ताह में पांच दिन होगा। जिस दिन जिन गांवों में हाट लगते है। एम्बुलेंस वहां जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण उपचार करा सके।
इसके नंबर ग्रामीण क्षेत्रों में बांटे गए है। मदद मांगे जाने पर एम्बुलेंस नदी के रास्ते गांवों तक पहुंचेगी। एम्बुलेंस में 10 अक्सीजन सिलेंडर, प्राथमिक उपचार किट, जरुरी दवाएं रहेगी। बुधवार और गुरुवार को धार जिले के तटों पर एम्बुलेंस रहेगी,जबकि शुक्रवार को आलीराजपुर जिले में रहेगी। शनिवार को बोट महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करेगी। रविवार को सरदार सरोवर के बैक वाटर के गांव आकडि़या, चिखल्दा, भीताड़ा, अंजनबार, सुगड़ गांवों में चलेगी।